
Poshan Pakhwada 2025
Poshan Pakhwada 2025: भारत की इतनी विशाल जनसंख्या की दृष्टि में पहले स्थान पर आता है । यह एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आती है। जो आज भी लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन व्यतीत करते हैं वह कम आय होने के कारण अपने परिवार को संपूर्ण पोषण नहीं दे पाते । इसी परिणाम से लोग कुपोषण का शिकार हो जाते हैं । आज भी समाज के कई कमजोर वर्गों के लिए एक कुपोषण गंभीर चुनौती बना हुआ है । कुपोषण न केवल स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या है बल्कि यह सामाजिक असमानता और आर्थिक पिछड़ेपन का प्रतीक भी है । जो भारत के कई राज्यों में हमें देखने को मिलता है।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने वर्ष 2018 में कुपोषण मुक्ति योजना जैसी योजनाएं शुरू कीं। यह एक महत्वाकांक्षी और अनूठी योजना है जिसका उद्देश्य समाज से कुपोषण को जड़ से समाप्त करना है और कमजोर पिछड़े आदिवासी लोगों को एक स्वस्थ जीवन देना ताकि भारत में एक स्वस्थ और सशक्त पीढ़ी का निर्माण हो सके। “एक स्वस्थ भारत की पहल”
इस योजना का मुख्य लक्ष्य है – गरीब और कमजोर वर्गों को पोषण की पर्याप्त सुविधा देना, विशेष रूप से वे लोग जो आर्थिक तंगी के कारण संतुलित आहार नहीं ले पाते। इनमें शामिल हैं
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किशोरियां और छोटी लड़कियाँ
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गर्भवती महिलाएं
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स्तनपान कराने वाली माताएं
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नवजात शिशु और 7 वर्ष से कम उम्र के बच्चे
सभी वर्गों को उचित पोषण उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रम और योजनाएं पूरे देश भर में चलाई जा रहे हैं यह योजना खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्र, पिछड़े समुदायों और आदिवासी इलाकों में अधिक प्रभावित रूप से लागू की जा रही हैं भारत सरकार की यह पहल सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है– “सर्वांगीण विकास और स्वस्थ भारत की ओर एक मजबूत कदम।” जो हम सब को एक साथ मिलकर आगे ले जाने की जरूरत है ।

What is Poshan Pakhwada पोषण पखवाड़ा क्या है?
पोषण पखवाड़ा क्या है? पोषण पखवाड़ा भारत सरकार की योजना है जो -दो सप्ताह तक चलने वाला अभियान है जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से लोगों को संतुलित आहार, स्वस्थ जीवन शैली और पोषण के बारे में जानकारी दी जाती है। इसमें महिलाओं, बच्चों, किशोरियों लड़कियों और गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
इस योजना का उद्देश्य है कि लोगों में कुपोषण की कम कमी हो उनको सही खान-पान और आहार मिले ,जिससे पोषण के प्रति जागरूकता फैलस्थानीय स्तर पर पोषण युक्त सामग्री को बढ़ावा दिया जाए ,महिलाओं और बच्चों में आयरन, प्रोटीन और विटामिन जैसी चीजों की कमी दूर हो और सामुदायिक भागीदारी के जरिए पोषण अभियान को मजबूत किया जा सके।
पोषण पखवाड़ा के उद्देश्य:
- कुपोषण को कम करना
- सही खान-पान और पोषण के प्रति जागरूकता फैलाना
- स्थानीय स्तर पर पोषण युक्त खाद्य सामग्री को बढ़ावा देना
- महिलाओं और बच्चों में आयरन, प्रोटीन और विटामिन की कमी को दूर करना
- सामुदायिक भागीदारी के जरिए पोषण अभियान को मजबूत करना
किनकी भागीदारी होती है?
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
- स्वास्थ्य विभाग
- स्कूल और कॉलेज
- स्वयंसेवी संस्थाएं (NGOs)
- पंचायत और स्थानीय प्रशासन
पोषण पखवाड़ा में होने वाली प्रमुख गतिविधियां:
- पोषण रैलियां और जन-जागरूकता अभियान
- व्याख्यान और कार्यशालाएं (सेमिनार्स)
- हेल्थ चेकअप कैंप
- स्थानीय स्तर पर पोषण मेलों का आयोजन
- स्कूलों में बच्चों को पोषण संबंधी जानकारी देना
Poshan Pakhwada 2025 Theme पोषण पखवाड़ा 2025 थीम?
पोषण पखवाड़ा 2025 मुख्य रूप से 8 अप्रैल से 22 अप्रैल 2025 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने पर चर्चा और विशेष ध्यान दिया जाएगा। लोग पोषण पखवाड़ा की पोषण पखवाड़ा 2025 थीम जानना चाहते हैं। इस वर्ष पोषण पखवाड़ा की थीम चार मुख्य विषयों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जिसमें 1. पहला जीवन के पहले 100 पर ध्यान केंद्रित करना, 2. दूसरा पोषण दाता के लाभार्थी नागरिक मॉड्यूल को बढ़ावा देना, 3. तीसरा सीएम के माध्यम से कुपोषण का प्रबंधन और 4. चौथा बचपन में मोटापे से निपटने के लिए स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना है।
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जीवन के पहले 1,000 दिनों पर ध्यान केंद्रित करना: गर्भधारण से लेकर बच्चे के दूसरे जन्मदिन तक का समय, जो शारीरिक और मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है।
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पोषण ट्रैकर के लाभार्थी/नागरिक मॉड्यूल का प्रचार-प्रसार: पोषण ट्रैकर ऐप के माध्यम से लाभार्थियों को डिजिटल रूप से जोड़ना और पोषण सेवाओं की निगरानी करना।
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सीएमएएम (CMAM) के माध्यम से कुपोषण का प्रबंधन: समुदाय आधारित तीव्र कुपोषण प्रबंधन प्रोटोकॉल का उपयोग करके कुपोषित बच्चों की पहचान और उपचार करना।
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बचपन के मोटापे से निपटने के लिए स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना: बच्चों में संतुलित आहार और शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से मोटापे की रोकथाम करना।
इन विषयों के माध्यम से पोषण पखवाड़ा 2025 का मुख्य उद्देश्य है गर्भवती महिलाओं, स्तनपान करने वाली माताओं, और स्टार में सुधार करना और, सामुदायिक में पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और स्वस्थ जीवन शैली को प्रोत्साहित करना और डिजिटल उपकरणों के माध्यम से उपयोग करके पोषण सेवाओं को पहुंचे और निगरानी के जरिए बेहतर बनाना ।
पोषण पखवाड़ा 2025 महिलाओं और बच्चों को क्या होगा लाभ?
पोषण पखवाड़ा 2025 के माध्यम से महिलाओं और बच्चों को कई स्तरों पर लाभ मिलने की उम्मीद है क्योंकि इसका सीधा फोकस पोषण में सुधार, स्वास्थ्य जागरूकता और गरीब पिछड़े आदिवासी लोगों तक सरकारी सीमाओं की पहुँच बनाना है। महिलाओं को मिलने वाले लाभों में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पोषण सहायता, स्वस्थ मातृत्व के लिए मार्गदर्शन, डिजिटल सहायता, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण और बच्चों को मिलने वाले लाभों में कुपोषण की रोकथाम, बचपन में मोटापे की रोकथाम, स्कूलों और आंगनवाड़ियों में पोषण शिक्षा को बढ़ावा देना और टीकाकरण और संबंधित जांच को आगे बढ़ाना शामिल है।
पोषण पखवाड़ा 2025 में महिलाओं और बच्चों को मिलने वाले लाभ
लाभार्थी वर्ग | लाभ का प्रकार | विवरण |
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गर्भवती महिलाएं | पोषण संबंधी सहायता | आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड की खुराक और सही आहार की जानकारी |
स्वास्थ्य जांच | नियमित चेकअप और प्रसव पूर्व/पश्चात देखभाल | |
सरकारी योजनाओं से जुड़ाव | पोषण ट्रैकर ऐप व अन्य योजनाओं से सीधा लाभ | |
जागरूकता कार्यक्रम | आंगनवाड़ी केंद्रों से पोषण व स्वास्थ्य की जानकारी | |
छोटे बच्चे (0-6 वर्ष) | कुपोषण से बचाव | पौष्टिक आहार की आपूर्ति – जैसे अंडा, दूध, हरी सब्जियाँ, दलिया आदि |
स्वास्थ्य सेवाएं | टीकाकरण, नियमित स्वास्थ्य जांच | |
शिक्षा व खेल | स्कूल व आंगनवाड़ी में पोषण सिखाने के साथ शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा | |
किशोरियां | एनीमिया से सुरक्षा | आयरन सप्लीमेंट, पोषण शिक्षा |
स्वच्छता व पोषण जागरूकता | मासिक धर्म स्वच्छता, पोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी | |
पूरा समुदाय | सामूहिक जागरूकता | पोषण मेले, रैली, बागवानी, रेसिपी प्रतियोगिता जैसी गतिविधियां |
यह अभियान समग्र पोषण और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देनेवाला अभियान है। जो देश भर में महिलाओं, बच्चों और किशोरियों के लिए स्थायी सुधार और सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम उठा रहा है।

कैसे लें भाग Poshan Pakhwada 2025 में?
आप किसी भी गतिविधि में भाग लेने के लिए अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र से संपर्क कर सकते है । भारत की योजना बच्चों और महिलाओं की स्वास्थ्य जांच और पोषण सलाह मुफ़्त में ली जाती है। कुपोषण दूर करने की भारत सरकार की इस महान योजना में आप कई तरह से भागीदारी कर सकते हैं। जैसे, आप घर पर ही पौष्टिक खाना बनाकर बच्चों में खाने की सही आदतें डाल सकते हैं और उन्हें सिखा सकते हैं कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। आप अपने नज़दीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जाकर पोषण कार्यशाला और पोषण परीक्षण के बारे में सलाह ले सकते हैं।
आप घर बैठे अपने मोबाइल /मोबाइल ऐप्स से पोषण ट्रैकर ऐप डाउनलोड करके खुद को पोषण की स्थिति से जोड़ सकते हैं और उससे जुड़ी चीज़ों के बारे में जान सकते हैं। आप स्थानीय महिलाओं या स्वयं सहायता समूहों के साथ महिला समूहों से जुड़कर पोषण अभियान में शामिल हो सकते हैं और लोगों तक जानकारी पहुँचा सकते हैं। आप सोशल मीडिया के ज़रिए भी भागीदारी करके और चीज़ों के बारे में जानकर जागरूक हो सकते हैं।
पोषण पखवाड़ा 2025 में भाग लेने के आसान तरीके
भाग लेने का तरीका | क्या करें? |
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घर से भागीदारी | घर में पौष्टिक भोजन बनाएं, बच्चों को सही खाने की आदतें सिखाएं। |
स्कूलों और आंगनवाड़ी में | बच्चों को पोषण थाली बनाना, पोस्टर बनाना, ड्राइंग/निबंध प्रतियोगिताएं कराना। |
आंगनवाड़ी केंद्रों में | नजदीकी केंद्र में जाकर पोषण पर कार्यशाला, पोषण परीक्षण और सलाह लेना। |
मोबाइल ऐप्स से जुड़ाव | “पोषण ट्रैकर” ऐप डाउनलोड करें और खुद की पोषण स्थिति दर्ज करें। |
पोषण बागवानी में योगदान | घर या मोहल्ले में पोषण बाग (सब्ज़ी/फलों का छोटा गार्डन) लगाएं। |
रैली और जागरूकता में भाग लें | पोषण जागरूकता रैली, पोषण मेले या हेल्थ कैंप में शामिल हों। |
महिला समूहों में जुड़ें | स्थानीय महिला समूह या स्वयं सहायता समूह के साथ मिलकर पोषण अभियान में शामिल हों। |
सोशल मीडिया पर शेयर करें | अपने भाग लेने की तस्वीरें/वीडियो #PoshanPakhwada हैशटैग के साथ पोस्ट करें। |
